बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है जिसका समाधान आयुर्वेद में उपलब्ध है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित कर सकती है और असही समय पर इलाज न करने पर यह गंभीर रूप में बढ़ सकती है।
बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज: जड़ से ख़तम करें बवासीर
1. त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण बवासीर के इलाज के लिए एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है। यह पेट साफ करता है और कब्ज को दूर करता है, जो बवासीर की समस्या को बढ़ाता है। त्रिफला चूर्ण को रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ लेना चाहिए।
2. क्षार सूचलना
क्षार सूचलना बवासीर के इलाज के लिए बहुत प्रभावी है। इसे बवासीर की खुजली और दर्द को कम करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। क्षार सूचलना को पानी में मिलाकर उसका सेंसिटाइज करें और बवासीर पर लगाएं।
3. आलू बुखारा
आलू बुखारा बवासीर के लिए एक और अच्छा आयुर्वेदिक इलाज है। इसमें बवासीर के दर्द को कम करने के लिए गुणकारी गुण होते हैं। आलू बुखारा को बर्फ के साथ लेने से दर्द में तुरंत राहत मिल सकती है।
सुफल संजीवनी वटी भी एक प्रमुख आयुर्वेदिक दवा है जो बवासीर का इलाज करने में मदद कर सकती है। यह वटी पेट को साफ करने में मदद करती है और बवासीर के लक्षणों को कम कर सकती है।
5. आहार और जीवनशैली का सुधार
बवासीर के इलाज में आहार और जीवनशैली का महत्वपूर्ण भूमिका होती है। खासतर से अधिक तली हुई और मसालेदार खाने से बचें, और प्रतिदिन पर्याप्त पानी पिएं। व्यायाम करना भी बवासीर को रोकने में मदद कर सकता है।