नाईट फॉल/ स्वप्नदोष क्यों होता है? जाने इसका कारन और इलाज

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जब हम युवावस्था की दहलीज पर होते हैं, रात में सोते समय अक्सर वीर्यपात हो जाता है। महीने में दो-चार बार स्वप्नदोष होने पर घबराना नहीं चाहिए। अक्सर यह समस्या विवाह के बाद स्वतः समाप्त हो जाती है। नाइट फॉल या स्वप्नदोष युवा पुरुष व महिला, दोनों को हो सकता है। जिस प्रकार पुरुष का वीर्य स्खलन हो जाता है, उसी प्रकार युवती की योनि गीली हो जाती है, जिसे हम आर्गेज्म (संभोगसुख) की संज्ञा देते हैं। यह समस्या किशोरावस्था में सबसे आम होती है। सोते समय यह क्रिया उस समय होती है जब हम सपने में अपने पार्टनर के बारे में सोच रहे होते हैं या स्वप्न देख रहे होते हैं।

Nightmare/Nightfall (1)

नेशनल लाइब्रेरी आफ मेडिसिन ने स्वप्नोष (Nightmares) पर एक रिसर्च की, जिसमें नाइट फॉल की समस्या से ग्रस्त और स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया। रिपोर्ट कहती है कि भावनात्मक रूप से अशांत लोगों में यह समस्या आम है। ऐसे लोगों की समस्या लगभग 50 फीसद है। तीन रात लगातार की गई मॉनीटरिंग के बाद यह निष्कर्ष निकला कि स्वप्नदोष से ग्रस्त लोगों पर विशेष ध्यान देने और उचित उपचार की जरूरत होती है।

Symptoms, Side Effects & Causes (3)

  • स्वप्नदोष (नाइट फॉल) की समस्या को लक्षणों की बात करें तो अनिद्रा, सुस्ती, कमजोरी, बेचैनी, यूरिन पास करने में दिक्कत, मूत्र मार्ग से सफेद स्राव और शीघ्रपतन आदि इसके लक्षणों में गिने जाते हैं। 
  • किशोरावस्था में कदम रखने के बाद पोर्नोग्राफी की तरफ आकर्षण, हस्तमैथुन की अधिकता के कारण यदि स्वप्नदोष बार-बार होने लगे तो यह शारीरिक, मानसिक के साथ-साथ यौन कमजोरी का भी कारण बन सकता है।
  • अत्यधिक मात्रा में स्वप्नदोष होने के कारण कई प्रकार की दिक्कतें भी होने लगती हैं। मसलन, स्पर्म में स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट, चक्कर आना, घुटने में दर्द, यौन संबंधी रोग के साथ-साथ स्मृति से जुड़ी समस्या आ सकती है। 
  • इसे लेकर कुछ मिथक भी हमेशा चर्चा में रहते हैं। दवाओं के साइड इफेक्ट की बात करें तो ट्रैंक्विलाइजर, हाई ब्लड प्रेशर व दर्दनिवारक आदि नाइट फॉल की समस्या को इंक्रीज कर सकते हैं(2)। कमजोर नसें व भरी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि भी स्वप्नदोष को बढ़ाती है।

स्वप्नदोष का इलाज | Treatment of night fall

आयुर्वेद के मुताबिक शरीर में भोजन के उपरांत सबसे पहले रस का निर्माण होता है, उसके बाद धातु और फिर शुक्र धातु (स्पर्म) के बनने का नंबर आता है। इसलिए शुक्राणु को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। स्वप्नदोष या नाइट फॉल की समस्या के लिए आर्युवेद में पित्त दोष को कारक माना जाता है।

  1. सबसे पहला कार्य बिस्तर पर जाने से पहले स्नान करें। शरीर और मन को शांत रखें। सोने से पहले अच्छी पुस्तकें पढ़ें और कुछ देर टहलने केपश्चात सोने जाएं।
  2. आहार में बदलाव करके भी इस समस्या से मुक्ति पाईजा सकती है। भारी, गरिष्ठ-अम्लीय भोजन, दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
  3. कुछ विशेष प्रकार के आसन, यौन व्यायाम, तेल की मालिश और फिर स्नान काफी राहत पहुंचाता है। अजवाइन और मेथी का रस नाइटफाल के साथ-साथ शीघ्रपतन में लाभ देता है। इन रसों को 2:1 के अनुपात में शहद में मिलाकर लगाएं।
  4. आंवले का एक गिलास  जूस पीने से नाइटफाल की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। फिजिकल सक्रियता (यौन संबंध) बढ़ाकर भी इस समस्या से मुक्ति पाई जा सकती है, जैसा कि विवाहोपरांत यह स्वतः दूर हो जाती है।
  5. प्याज के साथ लहसुन की कुछ कलियों का सेवन सलाद के रूप में रात के वक्त करें। इसके अलावा दही का सेवन भी नाइट फाल से आराम दिलाता है। दही शरीर का ठंडा रखती है।
  6. आर्युवेद में सफेद मूसली, अश्वगंधा, शतावरी, केसर, शिलाजीत, गोक्षुरा, विदारी जैसी दवाएं स्वप्नदोष दूर करती हैं। बशर्ते इनका सेवन करने से पूर्व किसी सीनियर आयुर्वेदाचार्य से सलाह अवश्य लें।
  7. जीवनशैली में बदलाव लाएं। अनुचित खानपान, व्यसन और सेक्सी कहानियों से दूर रहें। कई बार सोते समय स्वप्न में सेक्स का विचार आने पर भी वीर्य स्खलित हो जाता है।
  8. नियमित एक्ससाइज और योग करने से मानसिक स्थिति मजबूत होती है। खुद को तनावमुक्त रखें। शरीर पर एक्स्ट्रा फैट न जमनें दें। सोने से पहले अच्छी किताबों और संगीत का सहारा लें।
  9. ध्यान (मेडिटेशन) करके भी आप अपनी आंतरिक भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं। नियमित रूप से इसका अभ्यास करें और खुद को संयमित रखते हुए नाइटफॉल की समस्या से बचाएं।
  10. स्वप्नदोष से बचने के लिए योगासन के रूप में धनुरासन और वज्रासन का सहारा ले सकते हैं। यह आपके दिमाग को शांत रखने और जननांगों में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करते हैं।
  11. छोटी इलायची आधा ग्राम, धनिया पाउडर तीन ग्राम और मिश्री दो ग्राम एक साथ खाली पेट लेने से नाइट फाल की समस्या में आराम मिलता है।
  12. इसी तरह अजवाइन की पत्तियों का रस शहद के साथ लेने से नाइटफाल में फायदा पहुंचाता है। इसके अलावा गाय के दूध के साथ एक चम्मच अजवाइन और शहद भी लाभदायक होती है।
  13. घरेलू उपायों में सेब, कच्ची भिंडी, प्याज, शहद और त्रिफला, केला-शहद, गाय का दूध-छुहारा और मिश्री का सेवन फायदेमंद है। लौकी का जूस भी स्वप्नदोष को दूर भगाता है।

FAQs

स्वप्नदोष के क्या-क्या नुकसान होते हैं?

वैसे तो यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। पर, बार-बार नाइट फॉल अर्थात स्वप्नदोष के कारण यौन रोगों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा याददाश्त का कमजोर होना, दृष्टि का कमजोर होना, वीर्य की कमी, अनिद्रा, चक्कर, घुटने में दर्द की समस्या हो सकती है।

नाइट फॉल के फायदे क्या हैं?

आयुर्वेद में नाइट फाल को वीर्यदोष की श्रेणी में रखा जाता है। जिससे शरीर कमजोर, शक्तिविहीन और दुर्बल होने लगता है। फिर भी स्वप्नदोष के कुछ लाभ भी बताए जाते हैं, जिसमें नये वीर्य का निर्माण, हार्मोंस का संतुलन, उत्तेजना पर नियंत्रण, मृत शुक्राणुओं का खात्मा और अच्छे हार्मोंस का निर्माण शामिल है।

References: 

  1. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26401306/
  2. https://www.sleepfoundation.org/nightmares
  3. https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S1087079210000638?via%3Dihub
  4. https://medlineplus.gov/ency/article/003209.htm
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Dr. Pawan Kumar Sharma

Dr. Pawan Kumar Sharma is an adept medical professional with an M.D in Ayurveda from Gujrat Ayurveda University where he was the university topper of his batch. In his B.A.M.S years in the renowned Devi Ahilya University, Indore, Dr Sharma was awarded two gold medals for his academics.

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