हस्तमैथुन (Masturbation) से आई शारारिक कमजोरी को दूर करने के आयुर्वेदिक (Ayurvedic) वा घरेलु उपचार

हस्तमैथुन Masturbation से आई शारारिक कमजोरी को दूर करने के आयुर्वेदिक Ayurvedic वा घरेलु उपचार 1 20

भौतिकशास्त्रं सेक्स इव अस्ति: निश्चितम्, एतेन केचन व्यावहारिकाः परिणामाः दातुं शक्यन्ते, परन्तु अतः एव वयं तत् न कुर्मः।’

‘फिजिक्स सेक्स की तरह है, निश्चित रूप से, यह कुछ व्यावहारिक परिणाम दे सकता है, लेकिन हम ऐसा इसलिए नहीं करते हैं।’

क्या हस्तमैथुन से आई शारारिक कमजोरी को दूर करने के आयुर्वेदिक वा घरेलु उपचार हो सकते हैं? ‘हस्तमैथुन’ का सीधा सा अर्थ है आनंद के लिए जननांगों या आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों को स्वंय से उत्तेजित करना। सीधे शब्दों में बताएं तो स्वयं को अच्छा महसूस कराने के लिए जब या कोई अन्य व्यक्ति अपने प्राइवेट पार्ट को छूता है तो इसे ही हस्तमैथुन कहा जाता है। जी हां, लेकिन हर व्यक्ति इसे अलग-अलग तरीके से करता है।

वैसे कई लोग धर्म और संस्कृति के नाम पर हस्तमैथुन करने को गलत या पाप मानते हैं, लेकिन इसमें कुछ गलत नहीं है। इस आर्टिकल में हम हस्तमैथुन से होने वाली कमजोरी पर बात करेंगे। लेकिन उससे पहले जानते हैं, कि इसके दुष्प्रभाव क्या हैं।

हस्तमैथुन  के दुष्प्रभाव क्या हैं? (Masturbation Side effects) 

  • इसमें कोई शक नहीं कि हस्तमैथुन आपके स्वास्थ्य के लिए कुछ हद तक अच्छा है, लेकिन इसमें लत लगने की भी संभावना है। जो आपके शारीरिक और मानसिक दोनों के लिए अच्छा नहीं है।
  • अगर आप हस्तमैथुन के आदी हैं तो इसका असर आपकी सेहत, सेक्स लाइफ, शादी और मूड पर पड़ता है।
  • बहुत अधिक हस्तमैथुन करने से शरीर में कमजोरी आती है।
  • यदि आप लगातार उत्तेजित महसूस कर रहे हैं, यौन संपर्क के बारे में सोच रहे हैं। दिन में कई बार हस्तमैथुन करने की इच्छा रखते हैं, तो यह इंगित करता है कि आप हस्तमैथुन के आदी हैं।

आयुर्वेद में हस्तमैथुन से होने वाली कमजोरी का उपचार 

मांसपेशी डिस्ट्रोफी को ठीक करने के लिए, आयुर्वेदिक उपचार पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करता है, और आहार और विहार के माध्यम से, यह समर्थन किया जाता है कि मांसपेशियां फिर से ताकत हासिल करें और ठीक से काम करें। आयुर्वेद की शक्ति उपचार में जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग, उपचार की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने में निहित है।

  1. दूध में खजूर का सेवन (Consumption of dates with milk)

यदि आपके शरीर में हस्तमैथून या किसी कारण से कमजोरी महसूस हो रही है,तो आप हल्के गर्म दूध के साथ खजूर का सेवन करें। खजूर में मौजूद तत्व दूध के साथ लेने से शरीर की शक्ति बढ़ाया जा सकता है।

  1. अश्वगंधा का सेवन (Consumption of Ashwagandha)

अश्वगंधा एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जो शारीरिक और मानसिक कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकती है।अश्वगंधा एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो आयुर्वेद में फेमस जड़ी बूटियों में से एक है। अश्वगंधा आपके टेस्टोस्टेरॉन को बढ़ाती है। इसका सेवन आपको जरूर करना चाहिए। इससे आपकी सेक्स पावर बढ़ती है। 

यौन चुनौतियों से निपटने में अश्वगंधा मुख्य भूमिका निभाता है, जो इसे ऐसे मुद्दों से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए एक वरदान बनाती है। यह जड़ी-बूटी अतिरिक्त शक्ति और सहनशक्ति प्रदान करती है, जो शयनकक्ष में लंबे समय तक चलने वाले अनुभवों को बढ़ावा देती है। इसका सकारात्मक प्रभाव महिला यौन शक्ति को पुनर्जीवित करते हुए स्तंभन दोष जैसी समस्याओं तक फैलता है। रोजाना एक चमच अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ सेवन करें। 

  1. शिलाजीत का उपयोग (Use of Shilajit)

शिलाजीत एक विश्व प्रसिद्ध प्राकृतिक पदार्थ है जो लंबे समय तक सेक्स करने में मदद कर सकता है। केवल सेक्स के लिए ही नहीं उसके बाद शरीर में आने वाली कमजोरी को दूर करने में भी ये बहुत मददगार है। 

जर्नल एंड्रोलोगिया ने एक अध्ययन किया जिसमें दावा किया गया है कि शिलाजीत पुरुष शरीर में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में भी मदद करता है। 

यह जड़ी-बूटी शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद करने के लिए जानी जाती है। तो अगर आपको हस्तमैथून के बाद किसी तरह की दिक्कत आ रही है तो आप भी इस आयुर्वेदिक औषधि की मदद ले सकती हैं।

  1. छुआरे का सेवन (Consumption of Dates)

छुआरा एक तरह का ड्राई फ्रूट है। छुआरा अपने सर्वोत्तम गुणों के कारण जाना जाता है। इसका उपयोग करने  के लिए आप छुआरों को दूध में उबालकर लें। इसको रात में खाने से यौन इच्छा और यौन शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है। साधारण रुप से आपको आपको हर दिन 100 ग्राम छुआरे खाने चाहिए। 

  1. उड़द दाल का सेवन (Consumption of Urad Dal)

आपने कभी सोचा नहीं होगा कि उड़द की दाल भी आपके शरीर की कमजोरी को भी दूर करने में मदद कर सकती है। आपको बता दें, सेक्स ड्राइव को बढ़ाने के लिए उड़द की दाल का सेवन आपको जरूर करना चाहिए। इसका सर्वोत्तम तरीके से उपयोग करने के लिए आप आधा चम्मच उड़द की दाल को कौंच के साथ पीसकर खाएं। इस तरह उपयोग करने से इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। इससे आपकी सेक्स ड्राइव बढ़ेगी।

  1. गोक्षुरा का सेवन (Consumption of Gokshura)

गोक्षुरा एक प्राकृतिक औषधि है जिसे स्थूल शरीर, बूंदापिंड, गोगुली शिखी, गोकर्ण और कैप्सूल गोक्षुरा के नाम से भी जाना जाता है। यह आयुर्वेद में स्तंभन, वीर्य बढ़ाने, और कामेच्छा में सुधार करने के लिए प्रशिक्षित है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपयुक्त है और इसे सावधानीपूर्वक सेवन करना चाहिए। इसके उपयोग से शरीर की कमजोरी को भी दूर किया जा सकता है। गोक्षुरा का प्रतिदिन 500 मिलीग्राम से 1 ग्राम तक सेवन किया जा सकता है।

  1. केसर का सेवन (Consumption of Saffron)

केसर (Saffron) एक प्रसिध्द मसाला है जो न केवल खाने को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसमें कई स्वास्थ्य लाभकारी गुण भी होते हैं। केसर को शरीर की कमजोरी को दूर करने में मदद करने के लिए निम्नलिखित तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग दूध और दालचीनी के साथ किया जा सकता है। इसका उपयोग करने का सही समय रात का है।

पूछे गए प्रश्न

क्या गर्भावस्था के दौरान हस्तमैथुन हानिकारक है?

हां, बदलते हार्मोनल लेवल के कारण गर्भावस्था के दौरान हस्तमैथुन हानिकारक है; इससे पैल्विक दर्द हो सकता है और गर्भाशय को नुकसान हो सकता है।

अश्वगंधा और बाकी औषिधि कहां से खरीदें?

ये सभी औषिधि आपको ऑनलाइन वेबसाइट अमेजॉन या फ्लिककार्ट से ले सकते हैं। वहां ये उचित दामों पर उपलब्ध होंगे।

कामेच्छा बढ़ाने के लिए क्या खाएं?

कामेच्छा बढ़ाने के लिए स्वीट पोटैटो खा सकते हैं। स्वीट पोटैटो यानी मीठे आलू में पोटेशियम और विटामिन ए की भरपूर मात्रा में होती है। पोटेशियम हाई बल्ड प्रेशर को नियंत्रित करता है। उच्च रक्तचाप स्तंभन दोष होने का कारण बनता है।

Reference

  1. https://www.unaniherbal.org/newsletter/december-2020/sex-masterbaition.html
  2. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8363894/
  3. https://goaskalice.columbia.edu/answered-questions/side-effects-of-masturbation/
  4. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3705695/
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Dr. Pawan Kumar Sharma

Dr. Pawan Kumar Sharma is an adept medical professional with an M.D in Ayurveda from Gujrat Ayurveda University where he was the university topper of his batch. In his B.A.M.S years in the renowned Devi Ahilya University, Indore, Dr Sharma was awarded two gold medals for his academics.

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