अजवाइन के फायदे: जानिए अजवाइन के 9 फायदे जो आपको कर देंगे हैरान

अजवाइन के फायदे

अजवाइन, जिसे अंग्रेजी में बिशप्स वीड या कैरम सीड्स (Carom Seeds) के नाम से भी जाना जाता है, यह एक पौधे का बीज होता है जो सब्जियों के स्वाद और खुशबू में एक विशेष प्रकार की मसाला और चाय के रूप में उपयोग होता है। इसकी खास सुगंध और स्वाद के लिए यह प्रसिद्ध है, और यह खाने के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधियों में भी उपयोग किया जाता है।

अजवाइन के बीज छोटे, दरदरे होते हैं। इसका रंग ज्यादातर हल्का भूरे रंग का होता है। यह बहुत गुणवत्ता वाले मसालों में से एक माना जाता है और भारत के लगभग हर घर के किचन में होता है, खासकर तड़के देने और आलू टमाटर की सब्जियों में। इसका सेवन पेट संबंधित समस्याओं को कम करने, पाचन को सुधारने के लिए किया जाता है। अजवाइन के बीजों के बारे में दिलचस्प है कि ये चाय, सुप, और दाल में भी खाने के लिए उपयोग हो सकते हैं, और उन्हें आमतौर पर तड़के के रूप में या अन्य मसालों के साथ मिलाकर बनाया जाता है।

अन्य भाषाओं में अजवायन के नाम

अजवायन को अन्य भाषाओं में भी विभिन्न नामों से जाना जाता है। यहाँ कुछ भाषाओं में अजवायन के विभिन्न नाम दिए गए हैं:

  1. अंग्रेजी (English): Ajwain
  2. हिंदी (Hindi): अजवायन (Ajwain)
  3. संस्कृत (Sanskrit): यवनी (Yavani)
  4. मराठी (Marathi): ओवा (Ova) या ओव्या (Ovya)
  5. गुजराती (Gujarati): અજમો (Ajamo)
  6. बंगाली (Bengali): যোয়ান (Yoyan) या অয়ন (Oyan)
  7. तमिल (Tamil): ஓமம் (Omam)
  8. तेलगु (Telugu): వాము (Vamu)
  9. कन्नड़ (Kannada): ಒಮ್ಯಾ (Omya) या ಓಮ (Oma)
  10. मलयालम (Malayalam): ഓമം (Omam) या ഓമ (Oma)

ये भाषाएँ सिर्फ़ कुछ उदाहरण हैं, और अजवायन के और भी कई नाम हो सकते हैं ।

‘अजवाइन के पोषक तत्व’

अजवाइन के पोषक तत्व का संदर्भ अन्य भाषाओं में अलग-अलग हो सकता है, लेकिन सामान्यतः अजवाइन में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:

  1. विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड): अजवाइन में विटामिन C की मात्रा समृद्ध होती है, जो स्वस्थ त्वचा, नकारात्मक रेडिकल्स के खिलाफ रक्षा, और इम्यून सिस्टम को सुधारने में मदद करता है।
  2. थायमोल (Thymol): थायमोल एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो अजवाइन में पाया जाता है। इसके खास गुण विषाक्त जीवाणुओं के खिलाफ लड़ने में समर्थ होना है।
  3. कैल्शियम (Calcium): अजवाइन में कैल्शियम की मात्रा भी उच्च होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने, मुख्यत: बच्चों के लिए, और ओस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव में मदद करता है।
  4. आयरन (Iron): अजवाइन में आयरन की मात्रा भी प्रचुर होती है, जो हेमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है और अनीमिया की समस्या से बचाव में मदद करता है।
  5. फाइबर (Fiber): अजवाइन में फाइबर की भारी मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारने, कब्ज को दूर करने, और पेट से गैस को कम करने में मदद करता है।

यह पोषक तत्व सेहत के लिए लाभकारी होते हैं, और अजवाइन को रोजाना अपने आहार में शामिल करके इन पोषक तत्वों का लाभ उठाया जा सकता है।

अजवाइन के फायदे ajwain ke fayde

अजवाइन हमारे शरीर के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होता है, जो इस प्रकार है।

  1. पाचन के लिए मददगार

अजवाइन वयस्कों और बच्चों दोनों में आंतों और पेट के अनियमित दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। अजवाइन को सादे नमक और गर्म पानी के साथ लेने से गैस जमा होने, अपच और आंत में संक्रमण के कारण होने वाले किसी भी तरह के तेज दर्द से राहत मिल सकती है। पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए छाछ के साथ अजवाइन का सेवन किया जा सकता है। किसी भी स्थिति में इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

  1. सांस की समस्याओं के लिए मददगार

क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के मामलों में आपके डॉक्टर द्वारा अजवाइन और अदरक का मिश्रण लेने की सलाह दी जा सकती है। यह मिश्रण बलगम को बाहर निकालने में मदद कर सकता है और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के लक्षणों में सुधार कर सकता है। यह पुरानी सर्दी और खांसी के लिए भी सहायक हो सकता है। अजवाइन चबाने के बाद गर्म पानी पीने से खांसी कम करने में मदद मिल सकती है। अजवाइन के साथ पान का पत्ता चबाने से सूखी खांसी में मदद मिल सकती है। हालांकि, इन स्थितियों के लिए इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।

  1. वजन घटाने में मददगार

रोजाना खाली पेट अजवाइन का पानी पीने से शरीर की चर्बी घुल जाती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। वजन घटाने के फायदे पाने के लिए आप हर सुबह खाली पेट 1 चम्मच अजवायन का सेवन भी कर सकते हैं।

  1. गठिया के लिए अजवाइन मददगार

अजवाइन के बीज का तेल गठिया से संबंधित दर्द के लिए सहायक हो सकता है। रूमेटिक गठिया में दर्द को कम करने के लिए इस तेल का उपयोग प्रभावित जोड़ों में नियमित रूप से मालिश करने के लिए किया जा सकता है। कृपया इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।

दिल के लिए मददगार

अगर आपको सीने में दर्द महसूस हो तो अजवाइन के पानी के इस्तेमाल से राहत मिलती है। सीने में दर्द को ठीक करने और तुरंत राहत पाने के लिए आप इसमें गुड़ मिला सकते हैं।

  1. दस्त के लिए मददगार

अजवाइन के बीजों का सेवन दस्त या पेचिश से निपटने में मदद करने का एक प्राकृतिक तरीका हो सकता है। एक गिलास पानी में मुट्ठी भर अजवाइन के बीजों को उबालकर लिया जा सकता है। इस मिश्रण को ठंडा करके दस्त के लिए सेवन किया जा सकता है। हालांकि, इस तरह के प्रभावों को आगे के शोध द्वारा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

  1. आंखों को साफ करने में मददगार

अजवाइन के पानी का एक और स्वास्थ्य लाभ यह है कि ठंडे अजवाइन के पानी का उपयोग खुजली वाली आंखों को साफ करने के लिए धोने के लिए किया जा सकता है।

 Carom Seeds benifits
  1. मधुमेह के लिए मददगार

अजवायन के बीज मधुमेह के लिए सहायक हो सकते हैं।नीम की पत्तियों का पाउडर गर्म दूध के साथ पिसी हुई अजवाइन और जीरा के साथ लिया जा सकता है। यह मिश्रण बल्ड सूगर लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है। इसके अलावा, मधुमेह जैसी स्थिति का निदान और इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए।

  1. मासिक धर्म में ऐंठन में मददगार

अजवाइन एक तंत्रिका टॉनिक के रूप में काम करती है और मासिक धर्म के दौरान नसों को आराम देने के लिए उपयोग की जाती है, जिससे मासिक धर्म में ऐंठन कम हो जाती है। राहत पाने के लिए आप पेट के निचले हिस्से पर अजवाइन का तेल भी लगा सकते हैं।

  1. माइग्रेन के लिए मददगार

अजवाइन के बीजों को टिश्यू में लपेटकर सूंघने से माइग्रेन से निपटने में मदद मिल सकती है। सिर से जुड़ी अन्य समस्याओं से निपटने के लिए अजवाइन के बीजों को जलाकर भी सूंघा जा सकता है। हालांकि, ऐसे प्रभावों को आगे के शोध से साबित करने की जरूरत है। इसके अलावा, किसी भी स्पष्ट स्वास्थ्य लाभ के लिए अजवाइन का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

अजवायन का सेवन कैसे करें

अजवायन का सेवन करने के कुछ तरीके हैं जो आप अपनी पसंद और आवश्यकताओं के अनुसार चुन सकते हैं:

  1. सुखी अजवायन का सेवन: सबसे सामान्य तरीका है कि आप सुखी अजवायन को सीधे खाएं। इसके लिए, आप एक चमचमास्त अजवायन को छवनी या मॉर्टर में पीस सकते हैं और फिर उसे अन्नों में मिला सकते हैं या उसे सीधे मुंह में डाल सकते हैं।
  2. ताजा पत्तियों का सेवन: आप अजवायन की ताजी पत्तियों का सेवन भी कर सकते हैं। इसके लिए, आप पत्तियों को धोकर सीधे खा सकते हैं या उन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
  3. ताजा या सूखा पाउडर का उपयोग: अजवायन का पाउडर भी आप अपने खाने में मिला सकते हैं। आप इसे अन्य मसालों के साथ मिला सकते हैं या उसे चटनी, रायता या सालद में शामिल कर सकते हैं।
  4. नमकीन अजवायन: आप अजवायन को नमकीन या मसालेदार नाश्तों के रूप में भी सेवन कर सकते हैं। इसके लिए, आप अजवायन को थोड़े से तेल में भून सकते हैं और फिर उसे नमकीन के रूप में परोस सकते हैं।
  5. पेट दर्द की समस्या के लिए: पेट दर्द की समस्या के समाधान के लिए, आप अजवायन को गर्म पानी में भिगोकर खा सकते हैं या फिर अजवायन का तेल मालिश कर सकते हैं।

ये कुछ आम तरीके हैं अजवायन का सेवन करने के, लेकिन आप इसे अपने खाने के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं या फिर अपनी रसोई में इसका उपयोग करके विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन बना सकते हैं।

अजवायन खाने के नुकसान

अजवायन खाने के नुकसान कुछ हो सकते हैं, खासकर अगर आप इसे अधिक मात्रा में और अनुशासन नहीं करते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ अजवायन के संभावित नुकसान:

  1. हाइपरएसिडिटी: अजवायन का अधिक सेवन करने से हाइपरएसिडिटी (एसिडिटी) की समस्या हो सकती है। इसमें पेट में जलन, दर्द और ऊंचाई महसूस हो सकती है।
  2. एलर्जिक प्रतिक्रिया: कुछ लोगों को अजवायन से एलर्जी हो सकती है, जो त्वचा खुजली, चकत्ते, या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों का कारण बन सकती है।
  3. गर्भावस्था के दौरान सावधानी: गर्भावस्था के दौरान, अजवायन का अधिक सेवन न करें, क्योंकि यह गर्भधारण को प्रभावित कर सकता है और गर्भावस्था के दौरान पेट में समस्याओं का कारण बन सकता है।
  4. शरीर के तापमान की बढ़ोतरी: अजवायन का अधिक सेवन शरीर के तापमान को बढ़ा सकता है, जिससे तापता, अस्थायी अंधा पंजा, या तकलीफ हो सकती है।
  5. नमक और अजवायन का साथ में सेवन: अगर आप नमक और अजवायन का साथ में अधिकतम मात्रा में सेवन करते हैं, तो यह रक्तचाप को बढ़ा सकता है और विशेष रूप से हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है।

इन नुकसानों को ध्यान में रखते हुए, अजवायन का सेवन मात्रा में और सावधानी से किया जाना चाहिए। अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।

अजवाइन के प्रोडक्ट और उनकी अनुशंसित डोज़

अजवाइन का सेवन कई रूपों में किया जा सकता है, जैसे कि बीज, पाउडर, तेल और कैप्सूल आदि। नीचे कुछ प्रमुख अजवाइन के प्रोडक्ट्स और उनकी अनुशंसित डोज़ दी गई है:

  1. अजवाइन बीज (Ajwain Seeds) डोज़: दिन में लगभग 1-2 ग्राम अजवाइन के बीज का सेवन करें। बीजों को सीधे खा सकते हैं या उन्हें भूनकर चबा सकते हैं।
  2. अजवाइन पाउडर (Ajwain Powder) डोज़: दिन में 1-2 ग्राम अजवाइन पाउडर का सेवन करें। इसे अन्य मसालों के साथ मिलाकर या पानी के साथ लेने का विकल्प है।
  3. अजवाइन तेल (Ajwain Oil) डोज़: अजवाइन तेल को स्थानीय रूप से लागू करें। यह मालिश के लिए उपयुक्त है और उपचारिक उपयोग के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है।
  4. अजवाइन कैप्सूल (Ajwain Capsules)डोज़: जवाइन कैप्सूल के पैकेज पर निर्माता की अनुशंसा के अनुसार दिन में 1-2 कैप्सूल लें।

अजवाइन के साथ भोजन में इसका सेवन करने से संभवतः अधिक प्राकृतिक और असरदार हो सकता है, क्योंकि यह भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। फिर भी, सही डोज़ और उपयोग के लिए स्थानीय चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ की सलाह लेना हमेशा उत्तम होता है।

FAQs

क्या अजवाइन को स्किन से जुड़ी समस्याओं के लिए उपयोग किया जा सकता है?

जी हां, अजवाइन का पेस्ट बनाकर उन्हें स्किन से जुड़ी समस्याओं के लिए उपयोग किया जा सकता है। ये सूजन, दाग, खुजली और पिंपल को कम करने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।मुंहासे होने पर अजवाइन के बीजों का पाउडर दही के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाया जा सकता है। यह उपाय मुंहासे के निशानों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।

क्या अजवाइन को दांतों की समस्या के लिए उपयोग किया जा सकता है?

जी हां, दांत दर्द के लिए अजवाइन के बीज मददगार हो सकते हैं। लौंग का तेल, अजवाइन का तेल और पानी का उपयोग करने से दांत दर्द, दांतों की सड़न और मुंह की दुर्गंध से निपटने में मदद मिल सकती है। 

क्या अजवाइन पाइल्स की समस्या को ठीक कर सकता है?

अजवाइन के बीज और सेंधा नमक के साथ छाछ का सेवन करने से बवासीर में रक्तस्राव को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इस तरह के उपाय का उपयोग करने से पहले कृपया डॉक्टर से परामर्श लें।

अजवाइन कब नहीं खाना चाहिए?

 अजवाइन को किसी कुछ विशेष स्थितियों में खाना नुकसानकारक हो सकता है। पहले, अगर आप अजवाइन की एलर्जी के संकेतों से प्रभावित होते हैं, तो आपको इसे खाना चाहिए। दूसरे, अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है या आपको गर्भावस्था के दौरान हैं, तो भी अजवाइन को अधिकतम मात्रा में न खाना चाहिए। इसके अलावा, हाइपरएसिडिटी के पेट दर्द की समस्या होने पर भी अजवाइन का सेवन न करें।

पेट दर्द में अजवाइन कैसे खाएं?

 पेट दर्द में अजवाइन का सेवन करने के लिए, आप एक छोटी सी मात्रा में अजवाइन के बीज का सेवन कर सकते हैं। आप इसे सीधे खा सकते हैं या फिर उसे पानी में भिगोकर खा सकते हैं। इसके अलावा, अजवाइन का तेल मालिश के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। तेल को हल्के हाथों से मालिश करें और धीरे-धीरे गर्मा करें, ताकि इससे पेट में आराम मिल सके। यदि आप पेट दर्द की गंभीर समस्या से पीड़ित हैं, तो सलाह के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

References

  1. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4096002/
  2. https://tajspices.co.uk/blogs/news/benefits-of-carom-seeds
  3. https://www.pharmatutor.org/articles/medicinal-value-of-carom-seeds-overview
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Dr Sunanda Ranade

Sunanda Ranade is Vice-Chairman of the International Academy of Ayurved, Pune, India, and an expert Ayurvedic gynecologist and nutritionist. She has been working in this field for the last 47 years. Dr. Sunanda Ranade holds a Doctorate in Ayurveda. She is also the author of several books on Ayurveda and Yoga, which have been published in Marathi, English, Spanish, and Portuguese.

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