गर्भावस्था में यौन संबंध बनाना सुरक्षित है या असुरक्षित? (Sex During Pregnancy in Hindi)

गर्भावस्था में यौन संबंध बनाना सुरक्षित है या असुरक्षित Sex During Pregnancy in Hindi 4

‘गर्भदानं प्राप्य स्त्रियाः लोकः सुखेन अलङ्कृतः भवति’

‘खुशियों से सज जाता है महिला का संसार, जब उसे गर्भावस्था का उपहार मिलता है’

क्या गर्भावस्था में यौन संबंध बनाना सुरक्षित है या असुरक्षित? ये एक बड़ा सवाल है लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। सामान्य तरीके से गर्भवती हुई महिला को सेक्स करने का बहुत फायदा होता है। बशर्ते, उसका कोई ट्रीटमेंट न चल रहा हो और डॉक्टर ने यौन संबंध बनाने के लिए मना न किया हो। अमेरिकन प्रेग्नेंसी एसोसिएशन की रिसर्च कहती है कि सेक्स करने से कैलोरी बर्न होती है, जिससे महिला पार्टनर की सक्रियता बनी रहती है। गर्भावस्था के दौरान आपके जननांग में रक्त के प्रवाह में वृद्धि का मतलब हर बार बेहतर ऑर्गेज्म होता है(1)।

बढ़ती हैं खुशियां, मिलता आराम (1)

गर्भवती रहने के दौरान सेक्स करने से खुशी में इजाफा होता है, इस दौरान आर्गेज्म होने से एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो खुशी और आराम महसूस कराता है। गर्भावस्था के दौरान विशेष देखभाल की जरूरत होती है। स्वस्थ यौन संबंध बनाने से साथी के साथ घनिष्ठ भावनात्मक संबंध बनता है, जो आने वाले शिशु के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए कि गर्भावस्था प्रत्येक महिला का सबसे नाजुक दौर होता है। 

गर्भावस्था में सेक्स के फायदे  (Benefits of Sex During Pregnancy)  (3)

गर्भावस्था में महिलाओं को तमाम तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं, खासतौर से शारीरिक संबंध बनाते वक्त। गर्भवती महिला का स्वास्थ्य पूरी तरह से सामान्य है तो वह इस दौरान भी सेक्स का भरपूर आनंद ले सकती है। आइए, जानते हैं गर्भावस्था के दौरान सेक्स कितना फायदेमंद है।

  1. इस दौरान यौन संबंध बनाने से ब्लड प्रेशर का स्तर सामान्य बना रहता है। जबकि इसके अपोजिट उच्च रक्तचाप की वजह से गर्भवती को प्रीक्लेंप्सिया का सामना करना पड़ सकता है।
  2. सेक्स करने के उपरांत महिला में एंडोर्फिन हार्मोन का निर्माण होता है। इससे तनाव का स्तर कम होता है और आक्सीटोसिन हार्मोन का भी निर्माण होता है, जो फायदेमंद होता है।
  3. गर्भावस्था में संभोग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। शारीरिक संबंध बनाने से एंटी बाडी का स्तर सुधऱता है। सर्दी, खासी जैसी सामान्य दिकक्तों से राहत मिलती है।
  4. गर्भवती महिला के लिए आराम बहुत जरूरी है। सेक्स के उपरांत महिला को अच्छी नींद आती है। यह नींद गर्भस्थ शिशु के सर्वांगीण विकास में हर प्रकार से मदद करती है।
  5. सामान्य प्रसव करवाने में भी सेक्स अहम रोल अदा करता है। तीसरी तिमाही अर्थात छह माह के बाद यौन संबंध बनाने से योनि की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। सामान्य प्रसव आसान होता है।
  6. शारीरिक संबंध बनाने से महिला के शरीर में रक्त का फ्लो तेज होता है, जो गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए लाभदायक होता है।

गर्भावस्था में इनका रखें ध्यान

प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स सुरक्षित और फायदेमंद है। बस, कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है, जिससे कि गर्भवती और उसके शिशु पर कोई बैड इफेक्ट न पड़े।

  1. प्रेग्नेंसी में सेक्स करने के दौरान पोजीशन का खास ध्यान रखना पड़ता है, ताकि महिला और पेट में पल रहे बच्चे पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े। इसलिए इसका विशेष ध्यान रखें(2)।
  2. सेक्स पोजीशन की बात करें तो महिला अपने पार्टनर के ऊपर आ सकती है। दूसरी पोजीशन वह है, जिसमें महिला पीठ के बल लेटकर या फिर डागी स्टाइल का प्रयोग किया जा सकता है।
  3. गर्भवती अपने पार्टनर की गोद में बैठकर भी यौन संबंध बना सकती है। जबकि स्पून पोजीशन में संभोग करने से गर्भवती और शिशु पर कोई बैड इफेक्ट नहीं पड़ता है।
  4. इससे इतर, इस दौरान सेक्स क्रिया काफी तेजी के साथ नहीं करनी चाहिए। सेक्स के दौरान चिकनाई वाले ऐसे पदार्थों के इस्तेमाल से बचें, जिससे स्किन या फिर संक्रमण का खतरा हो।
  5. सेक्स के दौरान महिला पार्टनर की मनोस्थिति का भी ध्यान रखें। इस दौरान संबंध बनाने से दर्द, ऐंठन या फिर योनि से रक्तस्राव का लक्षण दिखे तो तत्काल अपने डाक्टर से सलाह लें।
  6. अंतिम दिनों अर्थात नौवें माह में सेक्स से बचने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यौन क्रिया से महिला के शरीर में एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे उत्तेजना और प्रसव पीड़ा का खतरा बनता है(4)।

आयुर्वेद की दृष्टि से गर्भावस्था में संबंध बनाना सही सुरक्षित है या असुरक्षित?

आयुर्वेद की दृष्टि से भी आप गर्भावस्था में संबंध बना सकते हैं। लेकिन इसे संयम से करना आवश्यक है। बहुत अधिक सेक्स गर्भावस्था में समस्या उत्पन्न कर सकता है।ऐसी अवस्था में संबंध बनाने से पहले महिलाओं को अपने स्वस्थ्य का विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए घर में मौजूद ये कुछ पदार्थ अपने आहार में अवश्य शामिल करें। 

आयुर्वेदिक मालिश का प्रयास करें

जब मां खुश होती है, तो बच्चा भी खुश होता है। जड़ी-बूटियों से बने आयुर्वेदिक मालिश तेल से दैनिक मालिश माँ की त्वचा-आधारित संवेदी तंत्रिका तंत्र को शांत करती है। खुद या किसी सी मदद से मालिश दोनों ही बेहतर महसूस करने के बेहतरीन तरीके हैं। 

डेयरी उत्पादों का उपयोग

  1. दूध: बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली, त्वचा और ओजस में सुधार के लिए दिन में एक या दो बार एक कप गर्म, उबला हुआ गाय का दूध दें। इस दौरान आपको पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलना भी सुनिश्चित करना चाहिए।
  2. छाछ: दोपहर के भोजन के बाद, एक छोटा गिलास ताजा छाछ पिएं जो आपने खुद बनाया हो। यह आपको अधिक भूखा बनाता है, भोजन को बेहतर ढंग से पचाने में मदद करता है, पेट की समस्याओं और सूजन को कम करता है और आपको कब्ज होने से बचाता है।
  3. घी: हर दिन घर पर गाय के दूध से बना घी खाएं। यह माँ और बच्चे दोनों को स्मार्ट बनाता है और माँ को अधिक ऊर्जा देता है।
  4. मक्खन: थोड़े से क्रिस्टल चीनी के साथ थोड़ा सा मक्खन खाने से आपको ताकत मिलती है, आप अधिक खाना चाहते हैं, माँ और बच्चे की त्वचा को स्वस्थ चमक मिलती है, आपको कब्ज होने से बचाता है, और बवासीर और फिशर की शिकायत से बचाता है।

FAQs

गर्भावस्था में कब सेक्स नहीं करना चाहिए(2)?

गर्भ ठहरने के उपरांत उस समय सेक्स से बचने की सलाह दी जाती है, जब पूर्व में गर्भपात हो चुका हो। गर्भस्थ शिशु दो या इससे से अधिक हों। गर्भ में पानी की थैली टूट गई है या फिर किसी प्रकार के रिसाव, संक्रमण और बच्चे का प्लेसेंटा कम होने के मामलों में।

प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स से गर्भपात हो सकता है?

गर्भावस्था में सेक्स करने से गर्भपात हो सकता है, यह पूरा सच नहीं है। गर्भ में एक एमनियोटिक थैली होती है। यह द्रव से भरी होती है, जो बच्चे को संपूर्ण सुरक्षा देती है। दूसरा, म्युकस प्लग गर्भस्थ शिशु को संक्रमण से बचाता है। इसलिए यदि कोई पुराना रिकार्ड नहीं है तो गर्भपात के आशंका न के बराबर होती है।

सेक्स के लिए महिला पार्टनर की सहमति और ओरल सेक्स?

महिला के गर्भवती होने की जानकारी होने के बाद दो माह तक सेक्स से बचना चाहिए। इस दौरान महिलाओं का मूड स्विंग होता है। ऐसे में उनकी मनोस्थिति का ध्यान रखें। ओरल सेक्स पूरी तरह से सेफ है। इसके लिए महिला-पुरुष का पूरी तरह से स्वस्थ और संक्रमण मुक्त होना जरूरी है।

यौन संबंध बनाने समय से प्रसव की संभावना? 

अंतिम महीने में यौन संबंध बनाने से आक्सीटोसिन हार्मोन का निर्माण होता है, जो ग्रीवा को प्रसव के लिए तैयार करने में मदद करता है। ऐसे में इस समय सेक्स से संकुचन का आभास हो सकता है। ऐसे में यदि कभी पहले समय से पहले प्रसव हो चुका हो तो संबंध बनाने से बचना चाहिए।

References:

  1. https://americanpregnancy.org/healthy-pregnancy/is-it-safe/sex-and-pregnancy/
  2. https://www.nhs.uk/pregnancy/keeping-well/sex/
  3. https://americanpregnancy.org/healthy-pregnancy/is-it-safe/sex-and-pregnancy/
  4. https://www.nct.org.uk/pregnancy/relationships-sex/sex-trimester-one-two-and-three-pregnancy
  5. https://www.acog.org/womens-health/experts-and-stories/ask-acog/is-it-safe-to-have-sex-during-pregnancy
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Dr. Pawan Kumar Sharma

Dr. Pawan Kumar Sharma is an adept medical professional with an M.D in Ayurveda from Gujrat Ayurveda University where he was the university topper of his batch. In his B.A.M.S years in the renowned Devi Ahilya University, Indore, Dr Sharma was awarded two gold medals for his academics.

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