नीम के 10 फायदे जो आपको कर देंगे हैरान

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हम बचपन से ही नीम के फायदों के बारे में सुनते आ रहे हैं। नीम की पत्तियां, फल, बीज और लकड़ी तीनों ही कई अलग-अलग फायदों के लिए उपयोग किया जाता है।नीम एक सदाबहार पेड़ है, जिसे दुनिया में सबसे शक्तिशाली औषधीय वनस्पति और आयुर्वेद में प्रकृति की औषधि के रूप में जाना जाता है। यह पेड़ मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में उगता है, लेकिन अब दुनिया भर में समान जलवायु में इसकी खेती की जा रही है क्योंकि लोग इसकी उपयोगिता को पहचानने लगे हैं। नीम के पेड़ के सभी हिस्सों का विभिन्न बीमारियों के इलाज में उपयोग किया जाता है। आज हम इस आर्टिकल में नीम से जुड़े फायदे और उपयोग के बारे में बात करेंगे।नीम से होने वाले फायदे इस प्रकार से हैं।

नीम के फायदे

नीम के अनगिनत फायदे होते हैं, इन्हें हेल्थ, त्वचा, बाल सभी के लाभों में उपयोग किया जाता है। इसके कुछ मुख्य फायदे इस प्रकार से हैं।

  1. त्वचा संबंधी समस्याएं- नीम में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाने में सहायक हैं।साथ ही नीम की पत्तियों के पेस्ट को हल्दी के साथ मिलाकर इसे एक्जिमा, खुजली, दाद और त्वचा की हल्की समस्याओं पर लगाने से आपको राहत मिलती है।
  1. कान की समस्या- नीम की पत्तियों को पीसकर उसमें शहद मिलाएं और इसकी कुछ बूंदें डालने से कान के फोड़े ठीक हो जाएंगे।
  1. घाव भरना- नीम की पत्तियों का उपयोग करके पेस्ट बनाएं और इसे कीड़े के काटने या घाव पर लगाएं (हर दिन कुछ बार ऐसा करें जब तक कि घाव ठीक न हो जाए)। यह घाव को ठीक करने और इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है।
  1. आंखों की समस्या- नीम की पत्तियों को उबाल लें, इस पानी को ठंडा होने के लिए रख दें और इससे अपनी आंखें धोएं। इससे लालिमा, जलन और थकान की समस्या क कम हो जाती है।
  1. डैंड्रफ से छुटकारा- नीम की पत्तियों को उबालें और पानी को हरा होने दें। जब यह ठंडा हो जाए तो इसे शैम्पू के बाद बाल धोने के लिए इस्तेमाल करें।
  1. इम्युनिटी बूस्टर- नीम की कुछ पत्तियों को पीसकर एक गिलास पानी के साथ लें। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को जादुई रूप से बढ़ाता है।
  1. खून साफ करने में मदद- नीम में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्व खून को साफ करने में मदद करते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  1. दांतों को मजबूत करने में सहायक- नीम का तेल या पाउडर का उपयोग करने से यह आपके दांतों की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है और मुंह के संक्रमण को दूर करता है।
  1. जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद- नीम का तेल लगाने से जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  1. पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद- नीम के उपयोग से पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद मिल सकती है।
नीम के फायदे और नुकसान

नीम की छाल और टहनियों का उपयोग

भारत में रहते हुए आपने लोगों को दांत साफ करने के लिए नीम की टहनी चबाते हुए कई लोगों को  देखा होगा। नीम की टहनी दांतो के लिए बहुत हेल्दी टूथब्रश है जिसमें कीटाणुओं से लड़ने, बैक्टीरिया को दूर रखने, सूजे हुए मसूड़ों का इलाज करने और आपके दांतों को सफेद बनाने की जादुई शक्ति होती है। यह आपके दांतों को प्लेग से भी बचाता है।

नीम के फूल का उपयोग

नीम के पेड़ की सभी शाखाएं वास्तव में कड़वी होती हैं। सफेद कलियों वाले नाजुक और सफेद नीम के फूल खाने में बहुत सुंदर और कई रोगों का उपचार करने वाले होते हैं। नीम के फूलों में चमेली की तरह ही मीठी सुगंध होती है।इनका उपयोग सूखे, पाउडर और ताजा दोनों रूप में किया जाता है। नीम के फूलों का उपयोग डकार, मतली और आंतों के कीड़ों के इलाज में भी किया जाता है। इसकी पत्तियां आंखों के लिए, सिरदर्द और त्वचा रोगों के इलाज के लिए फायदेमंद हैं।

नीम का तेल

नीम का तेल नीम के बीजों का उपयोग करके निकाला जाता है जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। यही कारण है कि इसका उपयोग बालों के तेल, साबुन, हाथ धोने आदि में किया जाता है। यह कई त्वचा रोगों के इलाज में प्रभावी है और मच्छर को दूर भगाने के लिए भी बहुत अच्छा है। आप इसे नारियल के तेल के साथ मिला सकते हैं और इसे शरीर पर लगाने से त्वचा की विभिन्न समस्याएं ठीक हो जाती हैं और त्वचा का रंग चमकदार हो जाता है।

आयुर्वेद में सर्वोत्तम उपचारक होने के कारण नीम के तेल का उपयोग अन्य पौधों की सुरक्षा के लिए किया जाता है। नीम के तेल की केवल 2-3 बूंदें आपके हेल्दी बाल बनाने में मदद कर सकते हैं, इसमें एंटी-एजिंग गुण भी पाए जाते हैं। कृपया ध्यान दें कि नीम के उपयोग से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें। विशेष रूप से यदि आप गर्भावस्था या किसी भी बीमारी में उपयोग करना चाहते हैं। 

FAQs

क्या मधुमेह के रोगी नीम की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं?

नीम के कुछ तत्व ब्लड सुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इसका असर व्यक्ति के शारीर की स्थिति पर निर्भर कर सकता है। नीम की पत्तियों का सेवन करने से पहले उन्हें अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

क्या गर्भावस्था में नीम के सेवन किया जा सकता है?

गर्भावस्था में नीम के सेवन के बारे में विचार करते समय सावधानी बरतना चाहिए। नीम के पत्तों और बीजों में विशेष रूप से ‘नीमोइड’ नामक उपयोगी तत्व होते हैं, जिनका गर्भावस्था में उपयोग करने से समस्याएं  उत्पन्न हो सकती हैं। गर्भावस्था में नीम के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

नीम की पत्तियां कब नहीं खानी चाहिए?

एक परीक्षण में नीम की पत्तियां लगातार तीन हफ्ते खाने से कुछ एलर्जी देखी गई है। इस कारण ये नीम की पत्तियां लगातार नहीं खानी चाहिए।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

References

  1. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK234637/#:~:text=Neem%20preparations%20are%20reportedly%20efficacious,%2C%20indolent%20ulcers%2C%20and%20ringworm
  2. https://www.artofliving.org/in-en/ayurveda/uses-of-neem
  3. https://ayushnext.ayush.gov.in/detail/writeUps/neem-the-most-cost-effective-herb-with-innumerable-benefits
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Dr. Pawan Kumar Sharma

Dr. Pawan Kumar Sharma is an adept medical professional with an M.D in Ayurveda from Gujrat Ayurveda University where he was the university topper of his batch. In his B.A.M.S years in the renowned Devi Ahilya University, Indore, Dr Sharma was awarded two gold medals for his academics.

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