टाइफाइड बुखार: लक्षण, कारण, बचाव और इलाज

टाइफाइड के लक्षण

टाइफाइड एक प्रकार का बुखार होता है, जिसमें व्यक्ति बहुत दर्दनाक स्थिति से गूजरता है, यह भोजन या पानी के संक्रमण से होते हैं। यह एक प्रकार का बैक्टिरियल संक्रमण है जो बैक्टीरियम सल्मोनेला टाइफाई से होता है।इसमें व्यक्ति बहुत कमजोर महसूस करता है, इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर कुछ दिनों तक दवाओं का कोर्स चलाता है, जिसे नियमित रूप में पूरा करने की सलाह दी जाती है। इससे बचने के लिए टीकाकरण भी कराया जाता है।

टाइफाइड  के लक्षण

टाइफाइड  बुखार के लक्षण अक्सर तीन सप्ताह तक दिखाई देते हैं जबकि टाइफाइड के लक्षण बहुत ही साधारण हैं, इसका पता लगाने के लिए डॉक्टर जांच कराने की सलाह देता है।इसके लक्षण इस प्रकार से हैं।

तेज बुखार होना- टाइफाइड बुखार का एक प्रमुख लक्षण है, जिसमें शरीर का तापमान 103-104°F (39-40°C) तक पहुंच सकता है।

दस्त या कब्ज- टाइफाइड में कुछ लोगों को दस्त हो सकता है, जबकि कुछ लोगों को कब्ज हो सकती है।

खांसी- टाइफाइड के कुछ मामलों में सूखी खांसी हो सकती है।

तेज सिरदर्द- टाइफाइड के शुरुआत में आपको दिनचर्या के समय धीरे-धीरे बुखार चढ़ने लगता है इसके साथ ही सर में तेज दर्द का अनुभव होता है।

पेट दर्द- टाइफाइड में आपको पेट में दर्द होता है जो आम तौर पर नाभि के आस-पास या दाहिने निचले पेट में होती है।

चेस्ट पर दाग- टाइफाइड बुखार का एक विशेष लक्षण है कि पेट और छाती पर छोटे गुलाबी रंग के दाग दिखाई देते हैं।

कमजोरी और थकावट- टाइफाइड बुखार शरीर में आपको बहुत कमजोरी और थकावट का सामना करना पड़ सकता है। इससे व्यक्ति को थकान जल्दी महसूस होने लगती है। 

भूख न लगना- टाइफाइड बुखार के दौरान आपको  भूख कम हो लगती है और खाने की इच्छा में कमी आ सकती है।     

यदि आपको इन लक्षणों में से कोई भी हो, तो आप किसी चिकित्सक से सलाह लें।

टाइफाइड  के कारण

टाइफाइड बुखार एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो साल्मोनेला एंटरिका सेरोटाइप टाइफी  (Salmonella enterica serotype Typhi ) नामक बैक्टीरियम द्वारा होता है। यह बैक्टीरियम बहुत अधिक संक्रामक होता है और यह खराब खाने, पानी या संक्रामित व्यक्ति के संपर्क में  आने से फैलता है। यह बैक्टीरिया मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है और उसके बाद इंटेस्टाइन में जाकर उसके दीवारों को नुकसान पहुंचाता है और रक्तसंचरण में प्रवेश करता है। वहां से यह विभिन्न अंगों और ऊतकों तक फैल सकता है, जिससे टाइफाइड बुखार के लक्षण होते हैं। टाइफाइड को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई से रहना साफ पानी का सेवन और स्वच्छ तरीके से भोजन ग्रहण करना चाहिए। टाइफाइड से बचने के लिए वैक्सीनेशन भी उपलब्ध है।

टाइफाइड से बचाव 

सफाई और हाइजीन- सफाई और हाइजीन को बनाए रखना टाइफाइड से बचाव के लिए महत्वपूर्ण है। हाथ धोना, खाने पीने के बर्तनों को साफ रखना, खाने पकाने की जगह को भी साफ रखना शामिल है। 

वैक्सीनेशन- टाइफाइड से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का उपयोग करना सही है। वैक्सीनेशन टाइफाइड संक्रमण से बचाने में मदद करता है और इसे आसानी से लगवाया जा सकता है।

सुरक्षित भोजन- टाइफाइड से बचाव के लिए सुरक्षित भोजन करना जरूरी है।भोजन को अच्छी तरह पकाने से पहले और खाने से पहले हाथ धोना न भूलें। यदि आप बाहर भी भोजन करने जा रहे हैं तो साफ सुथरी जगह का ही चुनाव करें। 

साफ पीने का पानी- पानी रखने वाले बर्तन की सफाई करते रहना चाहिए, क्योंकि पानी के बर्तन की सतह गंदी हो जाती है। अधिकतर जगहों पर नलकूप के पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए जैसे- रेलवे स्टेशन व बस अड्डों। हमेशा बंद बोतल पानी का ही उपयोग करना चाहिए। 

टाइफाइड का इलाज

टाइफाइड का इलाज

टाइफाइड  बुखार का इलाज आम तौर पर एंटीबायोटिक्स का उपयोग करके किया जाता है। इसके इलाज करने के और भी तरीके हैं जो इस प्रकार से हैं।

  • डॉक्टर आपके बुखार का तापमान चेक करता है और बैक्टीरिया की एंटीबायोटिक्स संवेदनशीलता के आधार पर उपयुक्त एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह देता है। इसमें सामान्य रूप से सिप्रोफ्लॉक्सेसिन, अजिथ्रोमाइसिन और सेफ्ट्रिएक्सोन शामिल होते हैं। इलाज का पूरा कोर्स समाप्त होना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमण पूरी तरह से समाप्त हो सके।
  • टाइफाइड में आपको उच्च बुखार, उल्टी और दस्त से आपको कमजोरी महसूस हो सकता है ऐसे में आपका हाइड्रेट रहना बहुत आवश्यक है। अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी, नारियल पानी और साफ वेजिटेबल आदि का सेवन कर सकते हैं।
  • टाइफाइड बुखार के दौरान शरीर का इलाज करने के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार खाना महत्वपूर्ण है। आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ जैसे सूप, उबले हुई सब्जियां और फलों का सेवन करना फायदेमंद होता है।
  • टाइफाइड बुखार के दौरान शरीर को स्वस्थ बनाने और संक्रमण के लड़ने  के लिए आराम करना महत्वपूर्ण है।
  • जब डॉक्टर आपको बुलाए तब तक चेकअप के लिए जाते रहना चाहिए।

टाइफाइड बुखार के इलाज के लिए समय रहते शुरुआत करना गंभीरता को कम करने और अन्य लोगों में संक्रमण के फैलने को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। टाइफाइड से बचाव के लिए टाइफाइड टीका भी उपलब्ध है और इसे टाइफाइड  के प्रति हो रहे जोखिम के आधार पर लेने की सलाह दी जाती है। हमेशा टाइफाइड  बुखार के उचित निदान और उपचार के लिए एक चिकित्सक से परामर्श करें।

Q&A

टाइफाइड में क्या खाएं?

टाइफाइड में आपको ऐेसे आहार का सेवन करना चाहिए, जो हल्के को और जल्दी पाचन में सहायक हो जैसे, खिचड़ी, दलिया, सूप,फल,जूस आदि।

टाइफाइड में कौन सा जूस पिएं?

टाइफाइड में चीकू, पपीता, सेब, केला,मौसमी, संतरे आदि का सेवन कर सकते हैं।

क्या टाइफाइड में दूध पी सकते हैं?

जी हां, आप टाइफाइड में दूध पी  सकते हैं, बल्कि टाइफाइड की दवाइयां आप दूध के साथ ही सकते हैं कयोंकि इसकी दवाएं पावरफुल होती हैं।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

References:

  1. https://www.nejm.org/doi/pdf/10.1056/NEJM197010012831406
  2. https://academic.oup.com/cid/article-abstract/8/3/329/395943
  3. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3959940/
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Dr. Shankar Rao

Dr. Rao has achieved great success in his career, with 5 research projects and 4 books to his credit, as well as a Monograph. In addition to receiving the Bharat Scout & Guide Award from the President of India, Dr Rao has also won the Young Scientist Award from S.V. University, Tirupati.