अंजीर खाने के फायदे: जानिए 15 चौंका देने वाले अंजीर के लाभ

अंजीर खाने के फायदे

ये बात तो आप सभी जानते हैं कि ड्राई फ्रूट्स बहुत फायदेमंद होते हैं आमतौर पर ड्राई फ्रूट्स के नाम पर लोगों का ध्यान काजू-बादाम के ऊपर ही जाता है, लेकिन ऐसे कई ड्राई फ्रूट्स हैं जिनके फायदों से आप पूरी तरह से अवगत नहीं हैं।इस आर्टिकल में अंजीर से होने वाले फायदों के बारे में हम बात करेगें। अंजीर, जिसे फिग्स के रूप में भी जाना जाता है,अंजीर फल भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रसिद्ध पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है। इसके उत्पादन को सीमित ही रखा जाता है। अंजीर का उपयोग इसे ताजा या सूखे रूप में सेवन किया जाता है। अध्ययन से पता चलता है कि हमारे शरीर को जिस मात्रा में फाइबर की आवश्यकता होती है उसका 20 % फाइबर हमें प्रतिदिन अंजीर खाने से प्राप्त हो जाता है। यह पोटैशियम, ओमेगा 6 और ओमेगा 3 फैटी एसिड के मौजूद होने के कारण ब्लड शुगर और ब्लड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह और भी कई अन्य समस्याओं से लड़ने का कार्य करता है, जो नीचे इस प्रकार दिए गए हैं।

अंजीर के 15 लाभ इस प्रकार से हैं-

  1. गर्भावस्था में अंजीर के लाभ

अंजीर के पोषण तत्व इसे गर्भावस्था में एक बेहतर आहार सप्लीमेंट बनाती हैं। इस फल में मौजूद विटामिन बी गर्भावस्था के दौरान हो रही मॉर्निंग सिकनेेस को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे गर्भवती महिला को पाचन संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं। अंजीर मां और बच्चे दोनों के लिए गर्भावस्था में अच्छा होता है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है जो मां की हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं, साथ ही बच्चे के विकास में भी सहायता करते हैं।

  1. कब्ज से राहत

अंजीर में प्राकृतिक फाइबर होता है, जो कब्ज को कम करने में मदद करता है। यह फाइबर आपके आंत में भोजन को अच्छी तरह से गलाने का कार्य करता है, जिससे उसे आसानी से पारित करने में मदद मिलती है। इससे आंत की नियमितता में भी सहायता मिलती है। इसी कारण से आमतौर पर कब्ज सबसे अधिक होने वाली और आम समस्या है।

  1. किडनी के लिए अंजीर के लाभ

अंजीर को मूत्रविरेचक गुणों से भी जाना जाता है, जो किडनी के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह शरीर से अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे किडनी स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।

  1. वजन नियंत्रण बनाए रखने में मददगार

अंजीर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है और कैलोरी की मात्रा कम होती है, यही कारण है कि यह आपको कुल कैलोरी भरे बिना और अधिक समय तक भोजन के बाद भी भरा रहता है।यह मधुमेह से जुड़ी समस्याओं में भी मदद करता है और वजन को नियंत्रित करता है।

  1. हृदय के लिए अंजीर के लाभ

आपके शरीर में किसी भी प्रकार की असंतुलनता से आपके हृदय स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। अंजीर हमारे शरीर में ट्राईग्लिसराइड की मात्रा को कम करता है। सूखे अंजीर हृदय के लिए अच्छे होते हैं क्योंकि वे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और ब्लड प्रेशर को कम करने वाले पदार्थ उनमें शामिल होते हैं। अंजीर में विटामिन B6 और फाइबर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

  1. तनाव कम करने में मददगार

अंजीर आपको शांतिपूर्वक नींद का प्रदान करता है अंजीर शरीर में मेलेटोनिन के उत्सर्जन को बढ़ाता है, जो हमारे स्लीप साइकल को नियंत्रित करने और इन्सोम्निया को कम करता है।आपको तनाव और चिंता को कम करके बेहतर नींद आने में मदद करता है। यह दिमाग में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है। 

  1. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं 

कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोरी होता है, ऐसे लोगो को आवश्यक रूप से अंजीर का सेवन करना चाहिए। इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं  - अंजीर के फायदे
  1. एनीमिया में अंजीर से लाभ

एनीमिया के लिए अंजीर आयरन का अच्छा स्रोत है और एनीमिया के लिए फायदेमंद है। नियमित रूप से अंजीर का सेवन करने से खून में हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा को बढ़ाने से आयरन की कमी को दूर करने और एनीमिया को रोकने में मदद मिलती है।

  1. खून के संचय में लाभ

अंजीर में फॉलेट और विटामिन K होता है, जो खून की संचय को बढ़ावा देता है। महिलाओं में अक्सर ये समस्या पाई जाती है, तो इसको अपने आहार में शामिल करने से खून के संचय में लाभ होता है।

  1. आखों के लिए अंजीर के लाभ

अंजीर में विटामिन ए की अधिक मात्रा होती है, जो आंखों की शक्ति को बनाए रखने और अंधापन  होने से रोकने में मदद करता है।आंखों की समस्या आज अनगिनत रूप से बढ़ रही है, अंजीर आंखों के रोगों को दूर करने में भी सहायक है।

  1. कैंसर से बचाव के लिए लाभ

अंजीर में प्राकृतिक एंटीकैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मदद करते हैं। आमतौर पर कैंसर के मरीजों को अंजीर खाने की सलाह दी जाती है।

  1. बालों के लिए अंजीर के लाभ

अंजीर आपके स्कैल्प को उसी तरह पोषण प्रदान करते हैं जैसे कि वे आपकी त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं। यह आपके बालों की प्राकृतिक चमक को बनाए रखने, बालों के सफेद होने को रोकने और बालों के अधिक झड़ने की समस्या को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ई और के पाया जाता है।

  1. त्वचा के लिए अंजीर के लाभ

अंजीर आपकी त्वचा के लिए प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। यह त्वचा के लिए फ्री रेडिकल को कम करता है और आपकी त्वचा को मुलायम रखने के साथ-साथ एंटी एजिंग से भी बचाने का काम करता है। कहा गया है कि वर्ट्स (मस्सा) को हटाने के लिए अंजीर के लेटेक्स का उपयोग क्रायोजेनिक चिकित्सा के साथ समान रूप से प्रभावी है।

  1. बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करें

इसमें विटामिन E और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट त्वचा और शरीर को फ्री रैडिकल के नुकसान से बचाने में मदद करते हैं और बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमी करते हैं। प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में, अंजीर आयु संबंधी अंग विकार को रोकने में मदद करता है जबकि साथ ही आपके झाइयों और काले दागों, एंटी एजिंग को भी कम करता है।

  1. हार्मोनल बैलेंस को सुधारें

महिलाओं और पुरुषों में हार्मोनल बैंलेंस बिगड़ना एक आम बात है, लेकिन इससे और भी समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में आंजीर हार्मोन्स को संतुलित रखने का एक बाहतर उपाय है और शरीर के अंदर की संतुलन को बढ़ावा देने का भी कार्य करता है।

आयुर्वेदिक दवाओं में अंजीर का उपयोग  

इसके चिकित्सकीय लाभ के कारण, अंजीर का आयुर्वेदिक रूप से उपचार के लिए भी उपयोग किया जाता रहा है जैसे हृदय रोग, कोलिक, भूख की कमी,रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ानें, पाचन संबंधी समस्याएं और डायरिया, खांसी, गले की खराश, ब्रोंकियल समस्याएं (श्वसन संबंधी विकार) जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी इसके उपयोग से दवाएं बनाई जाती है।

निष्कर्ष

अंजीर में फाइटोस्टेरॉल, एंथोसायनिन, एमिनो एसिड, ऑर्गेनिक एसिड, फैटी एसिड, फेनोलिक घटक, हाइड्रोकार्बन, एलिफेटिक एल्कोहल, वोलेटाइल कंपोनेंट्स और कुछ अलग तरह के सेकंडरी मेटाबोलाइट्स जैसे और भी महत्वपूर्ण फाइटो स्यूटिकल्स/न्यूट्रास्यूटिकल्स होते हैं, जो इसके पोषण और फार्माकोलॉजिकल गुणों में योगदान करते हैं। अंजीर को अपने आहार में शामिल करना आपके लिए कई तरह से लाभकारी हो सकता है। यह आपके शरीर में किसी एक अंग पर नहीं बल्कि सभी पर अलग-अलग प्रकार से प्रभाव डालता है।

FAQs

अंजीर को अपने डाइट में कैसे शामिल करें?

अंजीर को आप रात भर के लिए पानी में भिगोकर या बिना भिगोए भी आप सुबह नाश्ते के साथ ले सकते हैं।
अंजीर को आप हलवा या मिठाई के रूप में भी ले सकते हैं। इसमें आपको किसी प्रकार का मीठा पदार्थ मिलाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह एक मीठा फल  है। 
कॉर्नफ्लेक्स या ओट्स को दूध के साथ लेते समय भी आप इसको शामिल कर सकते हैं।
फ्रूट सलाद में भी आप इसे शामिल कर सकते हैं
सूखे अंजीर को रात भर दूध या पानी में भिगोकर, फिर उन्हें सुबह नाश्ते के रूप में भी ले सकते हैं। 

क्या अंजीर मधुमेह (diabetes) में लेना सही है?

हां, आप डायबिटीज में अंजीर या फिग का सेवन कर सकते हैं, लेकिन इसे मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में करना चाहिए। अंजीर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स संशोधित है, जिसका मतलब यह है कि यह अन्य हाई शुगर वाले भोजन से तुलना में ब्लड में शुगर लेवल पर धीरे से असर करता है। यह डायबिटीज के लोगों के लिए कुछ अन्य मिठे नाश्ते या मिठाई की तुलना में बेहतर विकल्प बनाता है।

क्या मैं कब्ज (constipation) के प्राकृतिक उपचार के रूप में अंजीर का उपयोग कर सकता हूं?

हां, अंजीर कब्ज को दूर करने में फायदेमंद हो सकते हैं। अंजीर आहार में फाइबर का एक अच्छा स्रोत होते है, और फाइबर कब्ज को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

References:

  1. https://link.springer.com/chapter/10.1007/978-3-030-75502-7_6
  2. https://www.researchgate.net/profile/Younis-Munshi/publication/369826122_Anjeer_Ficus_carica_Linn_A_famous_fruit_with_distinct_pharmacological_properties-A_review/links/642e73dfad9b6d17dc3b8ca3/Anjeer-Ficus-carica-Linn-A-famous-fruit-with-distinct-pharmacological-properties-A-review.pdf
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Dr. Deepa Kadam

Dr. Deepa has over 25 years of experience making her one of the notable medical professionals in the field of Ayurveda with expertise in Ayurvedic pharmacology.