पपीता खाने के फायदे (papita khane ke fayde in hindi): जानिए 12 चौंका देने वाले फायदे

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पपीता गर्म है या ठंडा? पपीता एक स्वादिष्ट फल है, ये तो आप सभी जानते हैं लेकिन ये किस तरह से आपके लिए लाभकारी है। ये बहुत कम लोग जानते हैं।जानकारी के लिए बता दें, पपीते का फल वनस्पति कैरिका पपाया से है, जो मध्य अमेरिका और दक्षिणी मैक्सिको से उत्पन्न हुआ था, लेकिन अब यह दुनिया के अधिकांश अन्य भागों में उगाया जाता है। (1) जब यह कच्चा होता है तो रंग हरा होता है और पक जाने पर नारंगी रंग होता है। इसमें कई काले बीज होते हैं, जिसे खाया तो जा सकता है लेकिन वे खाने में कड़वे होते हैं।

वैसे पपीता अपने पौष्टिक तत्वों के लिए जाना जाता है।पपीता के साथ-साथ इसके पत्ते और बीज भी हमारे लिए कई तरह से लाभदायक होते हैं। पपीते को कच्चा या पका किसी भी तरह से खाया जा सकता है। इसके पत्तियों में एंटीमलेरियल तत्व पाए जाते हैं।जो प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने का काम करता है। मलेरिया और डेंगू के मरीजों के लिए पपीता कई तरह से मददगार होता है। कम लोगों को ही यह जानकारी है कि पपीता कब खाना चाहिए और पपाया खाने के फायदे (papaya khane ke fayde)। पपीता खाने का सही समय? यह फल सुबह खाली पेट खाने से सबसे अधिक फायदा करता है। पपीते के पत्ते का जूस खाली पेट पीना चाहिए? रात को पपीता खाने के फायदे? कच्चा पपीता खाने के फायदे?

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पपीता में पोषक तत्वों की मात्रा

तत्वसामग्री (मिलीग्राम/100 ग्राम)
कार्बोहाइड्रेट्स7.76–13.44
प्रोटीन0.36–0.45
लिपिड0.20–0.29
आहारीय ï¬bre0.37–0.60
β-कैरोटीन (μg/g)208.67–4534.26
एस्कॉर्बिक एसिड (मिलीग्राम/ग्राम)35.32–43.80
सोडियम6.79–9.53
पोटैशियम18.36–24.78
आयरन0.61–0.85
कैल्शियम27.88–32.48
जिंक (पपीते के बीज)5.00–6.17
फॉस्फोरस11.54–16.81
कॉपर (पपीते के बीज)0.50–1.09
मैंगनीज (पपीते के बीज)2.50–3.10
मैग्नीशियम9.45–13.63

पपीते के गुण

  • उच्च पोषण मूल्य: पपीते में विटामिन A, C, E और K की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है।
  • हृदय स्वास्थ्य: इसमें पोटेशियम और फाइबर की उपस्थिति से हृदय की सेहत बेहतर होती है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
  • पाचन में सुधार: पपीते में पपैन एंजाइम होता है, जो पाचन क्रिया को सुचारू बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
  • त्वचा की देखभाल: इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखते हैं, जिससे त्वचा पर झुर्रियों का असर कम होता है।
  • वजन घटाने में सहायक: कैलोरी में कम और फाइबर में अधिक होने के कारण यह वजन घटाने में मदद करता है।

सर्दी-खांसी में राहत: पपीते का सेवन सर्दी-खांसी में राहत दिलाता है और गले की खराश को कम करता है।

पपीता के फायदे (papita ke fayde)

  1. विटामिन सी का स्रोत: पका पपीता खाने के फायदे? पपीता विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। (2) यह विटामिन एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जिससे कोशिकाओं को नुकसान से बचाया जाता है और त्वचा की चमक बनी रहती है। विटामिन सी कोलाजेन का उत्पादन बढ़ाता है, जिससे त्वचा को जवान और स्वस्थ बनाए रखता है। रोज़ाना पपीता खाने से आप आवश्यक विटामिन सी की मात्रा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं, जो सर्दी-जुकाम से बचाव में भी सहायक होता है।
  1. पाचन संबंधी समस्याओं के लिए लाभदायक: पपीते में पपेन नामक एंजाइम होता है, जो पाचन में मदद करता है। (3) यह एंजाइम प्रोटीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है, जिससे उसे पचाने में आसानी होती है। पपीता खाने से कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है, जो आंतों के स्वास्थ्य को सुधारता है और नियमित मल त्याग में मदद करता है। पपीता का सेवन नियमित रूप से करने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
  1. रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद: पपीते में पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पोटेशियम शरीर से सोडियम की मात्रा को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप सामान्य रहता है। इसके अलावा, पपीते में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारते हैं और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। नियमित रूप से पपीता खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचा जा सकता है।
  1. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: पपीता हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा-कैरोटीन हृदय को स्वस्थ रखते हैं। पपीता कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा, इसमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है, जो रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय की धमनियों को साफ रखता है।
  1. त्वचा  के लिए उपयोगी: पपीता त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन ए, सी और ई जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो त्वचा को पोषण देते हैं और उसे स्वस्थ बनाए रखते हैं। पपीता त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और त्वचा को नई चमक और ताजगी प्रदान करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षण कम होते हैं। पपीते का नियमित सेवन और त्वचा पर इसका इस्तेमाल करने से त्वचा चमकदार और सुंदर बनी रहती है।
  1. आंखों के लिए फायदेमंद: पपीते में विटामिन A और कैरोटीनॉयड्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो आंखों की सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ये तत्व रेटिना को स्वस्थ रखते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं। नियमित रूप से पपीते का सेवन करने से रतौंधी और आंखों की अन्य समस्याओं से बचाव होता है। आधुनिक जीवनशैली में कंप्यूटर और मोबाइल के अधिक उपयोग से होने वाली आंखों की थकान को भी कम करने में पपीता सहायक हो सकता है।
  1. कब्ज का इलाज: पपीते में फाइबर और एंजाइम पपेन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखते हैं। ये तत्व आंतों की सफाई में मदद करते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से पपीता खाने से पेट की गड़बड़ियों से बचा जा सकता है। यह प्राकृतिक रूप से पेट को साफ करता है और पाचन क्रिया को सुधारता है।
  1. वजन घटाने में सहायक: पपीता कम कैलोरी और अधिक फाइबर वाला फल है, जो वजन घटाने के लिए आदर्श है। (4) इसे खाने से पेट भरा-भरा महसूस होता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और ओवरईटिंग से बचा जा सकता है। पपीते में मौजूद एंजाइम पपेन पाचन को बढ़ावा देता है और मेटाबॉलिज्म को सुधारता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।
  1. बालों के लिए फायदेमंद:पपीते में विटामिन A, C और E जैसे तत्व होते हैं, जो बालों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह बालों को मजबूत बनाता है और स्कैल्प को नमी प्रदान करता है। पपीते का नियमित सेवन बालों की वृद्धि को बढ़ावा देता है और डैंड्रफ जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है। आधुनिक जीवनशैली में बालों की देखभाल के लिए पपीता एक प्राकृतिक उपाय है।
  1. ऑक्सीडेंट्स का स्रोत: पपीते में विटामिन C की उच्च मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक है। यह शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करता है। नियमित रूप से पपीता खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और सर्दी-जुकाम जैसी आम बीमारियों से बचाव होता है। आधुनिक जीवनशैली में इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने के लिए पपीता एक बेहतरीन विकल्प है।
  1. इम्यून सिस्टम को सुधारता है: पपीते में विटामिन C की उच्च मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक है। यह शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करता है। नियमित रूप से पपीता खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और सर्दी-जुकाम जैसी आम बीमारियों से बचाव होता है। आधुनिक जीवनशैली में इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने के लिए पपीता एक बेहतरीन विकल्प है।
  2. एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज़: पपीते में मौजूद एंजाइम पपेन और विटामिन्स एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होते हैं। ये शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। पपीते का नियमित सेवन जोड़ो के दर्द और अन्य सूजन से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकता है। आधुनिक जीवनशैली में होने वाली सूजन और दर्द को प्राकृतिक तरीके से कम करने के लिए पपीता एक अच्छा विकल्प है।

पपीता का पीरियड्स या गर्भावस्था में सेवन (1)

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पपीता (Papaya) खाना पीरियड्‌स के समय कुछ महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, जबकि कुछ महिलाओं के लिए नुकसानदायक होता है। प्रत्येक महिला के शरीर पर इसका प्रभाव अलग-अलग तरह से होता है। इसी कारण से कुछ कंडीशन में पपीते का सेवन करने से पहले चिकित्सक परामर्श करना जरूरी है।पपीता में पोटेशियम और पेपेन के कारण, यह ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है। कुछ महिलाएं जिनका ब्लीडिंग पहले से ही अधिक होता है, उन्हें पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए।पपीते में पेपेन और लेटेक्स होता है, जो गर्भाशय को संकुचित (shrink) करने का कार्य करता है। इसलिए गर्भावस्था की स्थिति में रहने वाली महिलाओं को इसे खाने से बचना चाहिए।

पपीते का आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोग  (1)

प्राचीन काल से ही पपीते के पूरे पौधे जैसे कि इसकी पत्तियों, छालों, जड़ों,पके और कच्चे फलों और उनके रस का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है।पपीता आयुर्वेद में अच्छा पाचन कारक माना जाता है और अपच, एसिडिटी, और गैस की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। पपीता विटामिन ए, सी, ई, के, फोलेट और फाइबर का एक अच्छा माध्यम है। इसके अलावा यह फैट फ्री, कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है।इसमें सोडियम की मात्रा कम होता है। पपीता में पाए जाने वाले विटामिन सी, विटामिन ए, और प्रोटीन स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं।

पपीते का उपयोग कैसे करें

पपीता एक बहुमुखी फल है, जिसे कई तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। (5) यहाँ कुछ आधुनिक तरीकों से पपीते का उपयोग किया गया है:

स्मूदी और शेक्स

  • पपीते के टुकड़ों को ब्लेंडर में डालें और उसमें दही या नारियल का दूध मिलाकर स्वादिष्ट स्मूदी तैयार करें।
  • शहद या मेपल सिरप डालकर मिठास बढ़ाएं।

सालसा

  • पपीते को छोटे टुकड़ों में काटें और उसमें प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और धनिया पत्ते मिलाएं।
  • नींबू का रस और नमक डालकर ताजगी भरा सालसा बनाएं, जो टॉर्टिला चिप्स के साथ परोसा जा सकता है।

फेस मास्क

  • पपीते का पेस्ट बनाएं और उसमें शहद और नींबू का रस मिलाएं।
  • इसे चेहरे पर लगाकर 15-20 मिनट तक रखें, फिर धो लें। यह त्वचा को निखारने और उसे हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।

सूप

  • पपीते का सूप तैयार करें, जो विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। (5)
  • इसमें नारियल का दूध, अदरक और लहसुन मिलाकर स्वादिष्ट सूप बनाया जा सकता है।

पपीते की चटनी

  • पपीते के टुकड़ों को पीसकर उसमें हरी मिर्च, धनिया, पुदीना, और नींबू का रस मिलाएं।
  • इसे पराठे या स्नैक्स के साथ परोसें।

स्वस्थ नाश्ता

  • पपीते को काटकर उसमें काले चिया सीड्स, शहद और योगर्ट मिलाएं।
  • यह एक पोषणयुक्त और ताजगी भरा नाश्ता है।

सलाद

  • पपीते को अन्य फलों और सब्जियों के साथ मिलाकर हेल्दी सलाद तैयार करें।
  • इसमें नींबू का रस और जैतून का तेल डालकर सलाद को और भी स्वादिष्ट बनाएं।

दाल में मिलाएं

  • पपीते के छोटे टुकड़े दाल में डालकर उबालें। इससे दाल का स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ जाती है।

पपीते के नुक्सान/पपीता किसे नहीं खाना चाहिए

पपीता, जिसे आमतौर पर स्वस्थ आहार का हिस्सा माना जाता है, के कुछ नुक्सान भी हो सकते हैं। अधिक मात्रा में पपीता खाने से पेट में जलन और एसिडिटी हो सकती है। इसमें मौजूद पपैन एंजाइम संवेदनशील लोगों के लिए एलर्जी का कारण बन सकता है। प्रेगनेंसी  में  पपीता  खाना  चाहिए? (pregnancy me papita khana chahiye)गर्भवती महिलाओं को अधिक मात्रा में पपीता खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। कुछ मामलों में, अधिक पपीता खाने से दस्त और पाचन तंत्र से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। पपीते के बीज में टॉक्सिक तत्व होते हैं, जो अधिक मात्रा में सेवन से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए, पपीता का सेवन संयमित मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में ही करना चाहिए, ताकि इसके फायदे मिल सकें और नुक्सान से बचा जा सके।

निष्कर्ष

निष्कर्ष से यह पता चलता है कि, पपीता को अपने डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है, यह आपके लिए एक हेल्दी विकल्प है।इसे आप सलाद, शेक, फ्रूट चाट या अपने पसंद के आधार पर अपने भोजन या नाश्ते में   शामिल कर सकते हैं। तो वहीं आपको यह भी ध्यान में रखना है कि यदि आप किसी तरह के हेल्थ कंडीशन, स्तनपान  या गर्भावस्था  में हैं तो आपको इसका उपयोग करने से पहले चिकित्सक सलाह लेना अति आवश्यक है। यह सिर्फ कुछ प्रमुख फायदे हैं जो पपीते के सेवन से मिलते हैं। नेचुरल खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करने के लाभ के लिए, इससे सम्बंधित विशेषज्ञ या चिकित्सक की उचित सलाह लेना आवयश्यक है।

Q&A

अपने दैनिक आहार में पपीता को कैसे शामिल करें?

पपीता का आनंद लेने के कई तरीके हैं।आप उन्हें सबसे पहले स्नैक के रूप में खा सकते हैं, इसके अलावा सलाद में मिलाकर या स्मूदी में बनाकर भी ले सकते हैं। यह एक हेल्दी विकल्प है इसे आप अलग-अलग तरह से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

क्या पपीता मधुमेह (diabetes) में लेना सही है?

पपीता डायबिटीज के लोगों के लिए उचित हो सकता है जब इसे मध्यम मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में सेवन किया जाता है। हालांकि, डायबिटीज के व्यक्तियों के लिए आवश्यक है कि वे कार्बोहाइड्रेट को नियंत्रण में रखें  क्योंकि पपीते में प्राकृतिक चीनी (नेचुरल शुगर) होती है जो ब्लड शुगर लेवल पर असर कर सकती है।

क्या मैं कब्ज (constipation) के प्राकृतिक उपचार के रूप में अंगूर का उपयोग कर सकता हूं?

हां, पपीते को कब्ज के लिए एक प्राकृतिक उपाय के रूप में उपयोग किया जा सकता है। पपीता खाद्य फाइबर से भरपूर होता है, इसमें विशेष रूप से घुलनशील फाइबर होते हैं, जो नियमित रुप से मल त्याग करने और कब्ज को दूर करने में मदद कर सकता है।

क्या मैं कब्ज (constipation) के प्राकृतिक उपचार के रूप में अंगूर का उपयोग कर सकता हूं?

हाँ, आप कब्ज के प्राकृतिक उपचार के रूप में अंगूर का उपयोग कर सकते हैं। अंगूर में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। यह मल को नरम करने और उसे आसानी से बाहर निकालने में सहायक होता है। अंगूर में पानी की भी अधिक मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।

पपीता खाने से क्या होता है (papita khane se kya hota hai or papita khane se kya fayda hota hai )?

पपीता खाने से पाचन तंत्र में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है, क्योंकि इसमें पपैन एंजाइम होता है। यह विटामिन सी और ए का अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है। इसके अलावा, पपीता दिल की बीमारियों और सूजन को कम करने में मदद करता है और वजन घटाने में सहायक होता है।

पपीते की तासीर(papita ki taseer) कैसी होती है?

पपीता  गरम  होता  है  या ठंडा (papita garam hota hai ya thanda)?  पपीते की तासीर गर्म होती है, जो शरीर में गर्मी बढ़ा सकती है। यह फल पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक होता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसके सेवन से पाचन एंजाइम सक्रिय होते हैं, जिससे भोजन का पाचन बेहतर होता है। गर्म तासीर होने के कारण इसे संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए।

खली  पेट  पपीता  खाने  से  क्या  होता  है (khali pet papita khane se kya hota hai or khali pet papita khane ke fayde )?

खाली पेट पपीता खाने के फायदे? खाली पेट पपीता खाने से पाचन तंत्र में सुधार होता है, पेट साफ रहता है और वजन कम करने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाले एंजाइम पाचन में सहायक होते हैं और यह शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है।

पपीता खाने के बाद दूध पीना चाहिए कि नहीं?

पपीता खाने के तुरंत बाद दूध पीना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। पपीते और दूध का संयोजन पेट में गैस, अपच और ऐंठन पैदा कर सकता है। इसलिए, इन दोनों का सेवन अलग-अलग समय पर करें।

पपीता खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

पपीता खाने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए, खासकर ठंडा पानी। इससे पाचन समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, खट्टे फल या डेयरी उत्पाद भी तुरंत न खाएं, क्योंकि ये पेट में गैस और एसिडिटी बढ़ा सकते हैं।

पपीता  कब  खाना  चाहिए (papita kab khana chahiye or papita kab khana chahie )?

पपीता सुबह खाली पेट या नाश्ते में खाना सबसे अच्छा होता है। इससे पाचन तंत्र बेहतर होता है और शरीर को विटामिन्स व मिनरल्स मिलते हैं। हालांकि, गर्भवती महिलाएं इसे खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

थायराइड में पपीता खाना चाहिए या नहीं?

थायराइड की समस्या होने पर पपीता खाना सुरक्षित और फायदेमंद है। यह पाचन को सुधारता है और विटामिन सी और ए से भरपूर है। हालांकि, किसी भी नए आहार को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

संदर्भ

  1. ये बहुत कम लोग जानते हैं।जानकारी के लिए बता दें, पपीते का फल वनस्पति कैरिका पपाया से है, जो मध्य अमेरिका और दक्षिणी मैक्सिको से उत्पन्न हुआ था, लेकिन अब यह दुनिया के अधिकांश अन्य भागों में उगाया जाता है। (https://www.researchgate.net/)
  2. पपीता विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। (https://www.ncbi.nlm.nih.gov/)
  3. पपीते में पपेन नामक एंजाइम होता है, जो पाचन में मदद करता है। (https://www.ncbi.nlm.nih.gov)
  4. पपीता कम कैलोरी और अधिक फाइबर वाला फल है, जो वजन घटाने के लिए आदर्श है। (https://www.ncbi.nlm.nih.gov)
  5. पपीता एक बहुमुखी फल है, जिसे कई तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। (https://www.researchgate.net/)
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Dr Sunanda Ranade

Sunanda Ranade is Vice-Chairman of the International Academy of Ayurved, Pune, India, and an expert Ayurvedic gynecologist and nutritionist. She has been working in this field for the last 47 years. Dr. Sunanda Ranade holds a Doctorate in Ayurveda. She is also the author of several books on Ayurveda and Yoga, which have been published in Marathi, English, Spanish, and Portuguese.

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