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लहसुन खाने के फायदे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए

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लहसुन, जिसे बोटनिकल रूप में “Allium sativum” कहा जाता है, भारतीय रसोईघरों में अक्सर प्रयुक्त होता है और व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए इस्तेमाल होता है। यह कई सारे आयुर्वेदिक औषधियों का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है, जिसका इस्तेमाल सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने और कई रोगों से बचाव के लिए किया जाता है। इस लेख में, हम लहसुन के खाने के स्वास्थ्य लाभों (Lahsun khane ke fayde) की चर्चा करेंगे और यह भी जानेंगे कि आयुर्वेद में इसका क्या महत्व है।

लहसुन के पोषण मूल्य

लहसुन एक प्राचीन औषधीय पौधा है जो खाद्य और चिकित्सा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होता है और विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। लहसुन के पोषण मूल्य में निम्नलिखित तत्व शामिल होते हैं:

  1. विटामिन सी: लहसुन विटामिन सी का अच्छा स्रोत होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है और संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
  2. सल्फर कंपाउंड्स: लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड्स से युक्तता इन्फेक्शन को रोकने में मदद करती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
  3. एंटीऑक्सिडेंट्स: लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करते हैं और शारीरिक संरचना को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
  4. एंटी-माइक्रोबियल गुण: लहसुन में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण विभिन्न प्रकार के संक्रमणों के खिलाफ लड़ने में सक्षम होते हैं और शरीर को बीमारियों से बचाते हैं।

लहसुन का आयुर्वेद में महत्व:

आयुर्वेद में लहसुन को “रसायन” और “कांफनशमन” के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर को ताकत देता है और वात दोष को शांत करने में मदद करता है। लहसुन के प्रमुख गुणों में अंशिक रूप से प्राकृतिक खुदाइला और एलिएल सिल्फोनाइड शामिल है, जो इसके गुणों के लिए जिम्मेदार हैं।

लहसुन के स्वास्थ्य लाभ:

1. दिल के लिए सुधारक: लहसुन में मौजूद एलिएल सिल्फोनाइड दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद करता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हृदय संबंधित बीमारियों से बचाव में मदद कर सकता है।

2. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: लहसुन में मौजूद एलिएल सिल्फोनाइड के अलावा, इसमें अंथोसायनिन भी होता है, जो मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। यह तनाव को कम करने, डिप्रेशन को हलका करने, और अच्छी नींद प्राप्त करने में मदद करता है।

3. इम्यून सिस्टम को मजबूती देने वाला: लहसुन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जिससे आपका शरीर विभिन्न इन्फेक्शनों से बचाव कर सकता है।

4. श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक: लहसुन का सेवन श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है, जिससे दमा और फेफड़ों की समस्याओं से बचाव में मदद मिल सकती है।

5. खून में आरक्षिती को बढ़ावा: लहसुन रक्त में आरक्षिती को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जिससे छोटी चोटी चोटियाँ और वसा के इकट्ठे होने के आसानी से रोका जा सकता है।


6. खांसी और ठंड ठंड में लाभकारी: लहसुन का सेवन खांसी और ठंड में लाभकारी हो सकता है, क्योंकि यह खांसी को कम करने और सिनुस संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।


7. एंटी-कैंसर गुण: लहसुन में मौजूद एलिएल सिल्फोनाइड और एलिएल सुल्फेनिक एसिड खून में कैंसर को बढ़ावा देने वाले अक्सीजन और नट्रीयम के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

8. पाचन में मदद: लहसुन पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और अपच को कम करने में मदद कर सकता है।

लहसुन के सेवन के तरीके:

9. डाइबिटीज में मदद: लहसुन कडाइबिटीज यानी ब्लड सुगर को कम करने में मददगार होता है। यह ब्लड शुगर को संतुलित करता है।

10. त्वचा में मदद: लहसुन हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। यह त्वचा के स्वास्थ्य को सुधार करता है।

लहसुन को अलग-अलग तरीकों से खाया जा सकता है

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1. स्वादिष्ट खाने के रूप में: लहसुन को कच्चा या पका कर खाया जा सकता है, जैसे कि लहसुन की चटनी, गर्लिक नान, या गर्लिक सूप।


2. लहसुन का रस: लहसुन के कद्दूकस करके उसका रस निकालकर भी सेवन किया जा सकता है। इसके लिए, लहसुन के कलियों को कुचलकर रस निकालें और इसे दिलुएँ या पानी के साथ पी सकते हैं।


3. लहसुन के सूखे बूटे: लहसुन के सूखे बूटे को भी उपयोग किया जा सकता है, जो मसालों के रूप में डालकर खाया जा सकता है।

4. लहसुन के सप्लीमेंट्स: लहसुन के सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध हैं, जो आसानी से व्यक्तिगत मात्रा में लिया जा सकता है।

लहसुन के सेवन के सावधानियां:

लहसुन का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है, इसलिए इसका सेवन उचित मात्रा में करें। यह अलर्जी या पेट समस्याओं का कारण बन सकता है।


लहसुन का सेवन रक्त थन्डा कर सकता है, इसलिए यदि आप किसी चिकित्सकीय समस्या से पीड़ित हैं जिसमें रक्त थन्डापन की समस्या हो, तो पहले डॉक्टर से परामर्श करें।


गर्लिक सुप्लीमेंट्स का सेवन प्रेग्नेंसी और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह शिशु को प्रभावित कर सकता है।

लहसुन एक शक्तिशाली औषधि है जिसे सावधानी से खाना चाहिए। आयुर्वेद में इसका महत्वपूर्ण स्थान है, और यह स्वास्थ्य के कई पहलुओं में मदद कर सकता है। हालांकि इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए और सबसे अच्छा है कि आप पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें, खासतर यदि आपको किसी गंभीर बीमारी की समस्या हो।

निष्कर्ष

लहसुन खाने के फायदे यह प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसमें मौजूद एलीसिन के कारण यह कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है। लहसुन का सेवन हृदय रोगों को नियंत्रित करने में भी सहायक हो सकता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, यह पाचन को सुधारने, खून को साफ करने, और शरीर को ताकत प्रदान करने में भी मदद करता है। यह एक सामान्य और सस्ता घरेलू उपाय है जो स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। 

FAQs

रोज खाली पेट लहसुन खाने से क्या होता है?

रोज खाली पेट लहसुन खाने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। इसका सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, रक्त थकने को बढ़ावा देने, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने, और बॉडी को कैंसर से बचाने में मदद कर सकता है। लेकिन इसे सावधानी से खाना चाहिए और अधिकतर लोग इसे पाचन समस्याओं के बिना ही खाने से बचें।

क्या रोज कच्चा लहसुन खाना चाहिए?

रोज कच्चा लहसुन खाना स्वास्थ्य के लिए आमतौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। कच्चा लहसुन बहुत तेज और तीक्ष्ण होता है और अधिक मात्रा में खाने से पेट समस्याएँ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि पेट की जलन, अपच, या एसिडिटी। सामान्य रूप से, कच्चा लहसुन को पका कर या कुचल कर सेवन करना बेहतर होता है, क्योंकि इससे इसके गुणों का सफल उपयोग किया जा सकता है और स्वास्थ्य को बनाए रख सकता है।

लहसुन खाने से मर्दाना ताकत बढ़ती है क्या?

हां, लहसुन का सेवन मर्दाना ताकत में मदद कर सकता है। लहसुन में मौजूद एलिएल सिल्फोनाइड और एलिएल सुल्फेनिक एसिड के कारण यह एक प्राकृतिक वीया बढ़ावा कर सकता है और स्वास्थ्य में लिंग संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, लहसुन ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में भी सहायक हो सकता है, जिससे यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
हालांकि, यह अधिकतर उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियों में से एक है, लेकिन लहसुन का सेवन सावधानी से करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए, खासतर यदि कोई पूर्व मौजूद या सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या हो।

कच्चा लहसुन खाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

कच्चा लहसुन खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे बहुत सावधानी से और उचित मात्रा में खाएं। आप लहसुन को छीलकर कद्दूकस कर सकते हैं और फिर इसे साबुत या अर्ध साबुत रूप में सलाद, चटनी, या अन्य व्यंजनों में शामिल कर सकते हैं। आप लहसुन को अन्य भोजन के साथ भी सेवन कर सकते हैं, लेकिन यदि आपको खुदाइला और एलिएल सिल्फोनाइड के स्वास्थ्य लाभ की आवश्यकता है, तो इसे कुचलकर या पका हुआ खाना बेहतर हो सकता है।

लहसुन खाने के क्या फायदे हैं?

लहसुन में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो विषाक्त पदार्थों का संतुलन बनाए रखते हैं और रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें पाए जाने वाले एलीसिन नामक पदार्थ कैंसर के खिलाफ लड़ने में सहायक हो सकते हैं। लहसुन का सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकता है, रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है, और पाचन को मजबूत कर सकता है। इसके अलावा, लहसुन शरीर को ताकत प्रदान करता है, खून को साफ करता है, और सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।

खाली पेट लहसुन कितना खाना चाहिए?

लहसुन को खाली पेट सेवन करने से पहले यह अवश्य होता है कि उसे पानी में भिगोकर रखा जाए ताकि उसके कठोरता का असर कम हो सके। व्यक्तिगत स्वास्थ्य और प्रकृति के अनुसार, खाली पेट लहसुन का सेवन व्यक्ति के लिए सही मात्रा में किया जा सकता है। इसके अलावा, खाली पेट लहसुन के सेवन के बाद उचित प्राकृतिक फलों या दूध का सेवन करना भी आवश्यक हो सकता है।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है और इसका उद्देश्य किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। उचित चिकित्सा परामर्श के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

Reference

1.https://www.webmd.com/vitamins/ai/ingredientmono-300/garlic 

2.https://www.healthline.com/nutrition/11-proven-health-benefits-of-garlic 

3. https://www.medicalnewstoday.com/articles/265853 

4.https://www.hsph.harvard.edu/nutritionsource/food-features/garlic/

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Swati Nigam

Swati is an RYT 200 trained Hatha Yoga teacher with 1500+ hours of teaching Asana and Pranayama practice across prominent studios and in personal sessions.

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